रायबरेली, 06 दिसम्बर (हि.स.). उन्नाव रेप पीड़ित को जलाने के मामले की शासन के निर्देश पर जांच करने गुरुवार की देर रात कमिश्नर और आईजी रायबरेली के लालगंज कोतवाली पहुंचे और गहन छानबीन की. कमिश्नर मुकेश मेश्राम और आईजी एके भगत ने पीड़ित द्वारा दर्ज कराये गए मुकदमे और उसकी प्रगति की जानकारी ली गई.
लालगंज कोतवाल विनोद कुमार सिंह ने अधिकारियों को बताया कि मामले में एक आरोपित ने कोर्ट में समर्पण कर दिया था जबकि दूसरा आरोपित फरार है. उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) जारी कर धारा 84 की कार्रवाई की गई है.
पीड़ित की सुरक्षा को लेकर भी अधिकारियों ने कई प्रश्न पुलिसकर्मियों से किये व पीड़ित द्वारा दिये गए प्रार्थना पत्र की जानकारी मांगी गई.अधिकारी द्वय द्वारा मुकदमा दर्ज होने में हुई देरी की भी समीक्षा की और आवयश्क निर्देश दिए.कमिश्नर और आईजी ने करीब दो घंटे तक कोतवाली में रहकर गहन जांच पड़ताल की.
इस दौरान मौजूद पुलिस कर्मियों में हड़कंप मचा रहा. गौरतलब है कि बीते वर्ष 12 दिसम्बर को लालगंज के साकेत नगर में रह रही उन्नाव की बेटी के साथ दुष्कर्म हुआ था, जिसका मुकदमा कोर्ट के आदेश पर इस वर्ष मार्च में दर्ज किया गया था.
इसी मामले में गुरुवार की सुबह पेशी के लिए रायबरेली आ रही पीड़ित को जमानत पर छूटे आरोपितों ने जलाकर मारने की कोशिश की थी.
उसे पहले लखनऊ के अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया लेकिन हालत गंभीर होने पर गुरुवार की शाम एयर एम्बुलेंस से भेजकर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया. सफदरजंग के डाक्टरों के मुताबिक उसकी हालत अत्यंत नाजुक बनी हुई है.
हिन्दुस्थान समाचार/रजनीश