महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर से उथल-पुथल के संकेत मिल रहे हैं. उद्धव के नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी सरकार में तनातनी शुरू हो गई है. शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में कांग्रेस पर निशाना साधा है. सामना में कांग्रेस को उसकी औकात दिखाने का काम भी किया गया है.
सामना में लिखा गया कि कांग्रेस विधानसभा में अपने संख्याबल को याद करे. महज 44 विधायकों के बाद भी उन्हें मंत्री पद दिए गए हैं. और ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि शिवसेना ने त्याग किया है. सामना में लिखा गया कि सीएम ठाकरे कुर्सी के लालची नहीं हैं. जो कोई भी शर्त मान लें.
सामना में लिखा गया कि कांग्रेस क्या चाहती है. कांग्रेस पर तंज कसते हुए लिखा गया कि राजनीति की ये पुरानी खटिया क्यों कुरकुर की आवाज कर रही है. थोराट और चव्हाण दिग्गज नेता हैं, सरकार चलाने का अनुभव है. इसका मतलब ये नहीं कि हमारे पास अनुभव नहीं है.
बीजेपी ने बोला हमला
बीजेपी ने भी महागठबंधन सरकार पर हमला बोला है. बीजेपी ने कहा कि महाराष्ट्र में कोरोना से लोग मर रहे हैं. संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है. लोकिन सरकार में बैठे लोग कुर्सी के लिए लड़ रहे हैं. बीजेपी ने कहा कि सरकार में बैठे लोगों को जनता की कोई फिक्र नहीं है.
बता दें कि हाल ही में एक निजी चैनल को दिए गए इंटरव्यू में कांग्रेस नेता और उद्धव सरकार में मंत्री अशोक चव्हाण ने कहा था कि कांग्रेस को पूरा हक नहीं मिला. चव्हाण ने कहा कि सरकार में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. उन्होंने अधिकारियों पर भी अवहेलना का आरोप लगाया है.