राजस्थान का सियासी ड्रामा अब तीसरी स्टेज पर पहुंच गया है. पहली स्टेज में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सचिन पायलट और उनके समर्थकों पर भारी पड़े थे. लेकिन दूसरे स्टेज में यानी कानूनी लड़ाई में सचिन पायलट का पलड़ा भारी हो गया. इसलिए अब ये लड़ाई तीसरी स्टेज पर पहुंच गई है.
राजभवन में गहलोत गुट के विधायकों का धरना खत्म हो गया है. धरना खत्म होते ही विधायक वापस होटल चले गए. मुख्यमंत्री आज (शुक्रवार) दोपहर को अपने सभी विधायकों को लेकर राज्यपाल से मिलने पहुंचे थे. वहां उन्होंने राज्यपाल से विधानसभा सत्र बुलाने की मांग की. राज्यपाल के इंकार करने पर सभी लोग वहीं धरने पर बैठ गए.
विधायकों ने यहां काफी नारेबाजी की. अशोक गहलोत मुख्यमंत्री आवास पहुंच गए हैं. कुछ देर में कैबिनेट की बैठक होगी. बैठक में विधानसभा के विशेष सत्र को बुलाने को लेकर फिर से प्रस्ताव पारित किया जाएगा. जिसके बाद इसे राज्यपाल को भेजा जाएगा.
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि सीएम बहुमत साबित करना चाहते हैं, कोरोना संकट पर विधानसभा सत्र बुलाना चाहते हैं और जिन्हें लगता है कि कांग्रेस के पास बहुमत नहीं है, उन्हें चुप कराना चाहते हैं. राज्यपाल ने हमें बताया कि वह संविधान का पालन करेंगे। राज्यपाल को संविधान के आर्टिकल 174 का पालन करना होगा.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से नाराज होकर पायलट के साथ गए विधायक सुरेश मोदी ने अपनी वीडियो में कहा कि मैं यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि न हमें किसी ने बंधक बना रखा है, न हमारे पास बाउंसर बैठे हैं, न हम बीमार हैं और न हम आंसू बहा रहे हैं. न ही हम वहां आने के लिए तड़प रहे हैं.